Bhu-Aadhaar Kya Hai: जैसा कि आप सभी को पता है! कि जमीनी विवाद एक बहुत बड़ी समस्या है! चाहे वह गाँव में हो या शहर में! हालाँकि गाँव में जमीनी विवाद ज्यादा होते है! ऐसे में सरकार ने इसका एक हल निकाला है! अब जैसे हम लोगों के आधार कार्ड बने है! अब ऐसे प्रत्येक जमीन का भू-आधार कार्ड बना है! इसका ऐलान दोस्तों बजट 2024 हाल ही में 23 तारीख को जो बजट लॉन्च किया है सरकार ने! उसमें किया गया है!
हालाँकि यह स्कीम 2018 में ग्रामीण और शहरी जितनी भी भूमि है डिजिटलीकरण लाने के लिए लाया गया था! लेकिन अब इसको एक नये सिरे से शुरू किया गया है! और ऐसे में अब दोस्तों प्रत्येक जमीन का एक भू-आधार बनेगा! जिसमे एक यूनिक आईडी 14 अंकों की होगी! और उस 14 अंकों की आईडी से आप अपनी जमीन का डाटा कहीं भी कभी भी देख सकते है!
Bhu-Aadhaar
जैसा कि आप सभी जानते है! कि देश में आधार कार्ड के आ जाने से बहुत सारे क्रांतिकारी बदलाव आ गये है! आधार कार्ड से आज के समय में बहुत सारी सरकारी योजनाओं का लाभ लाभार्थी के खाते में पहुँच जाता है! जिसके कारण आज के समय में आधार कार्ड बहुत ही जरूरी दस्तावेज बन चुका है! अब इसी तर्ज पर बजट 2024 में सरकार ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भूमि सुधार को लेकर कई बड़े फैसले लिए है!
ग्रामीण क्षेत्रों में इसके अंतर्गत भूमि के लिए विशिष्ट पहचान संख्या यानी Bhu-Aadhaar का प्रस्ताव रखा गया है! साथ ही शहरी भूमि को डिजिटलीकरण करने का प्रस्ताव रखा गया है! अगले 3 साल में सरकार इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी! जिससे अब जमीन से जुड़े विवाद Bhu-Aadhaar से खत्म हो जायेंगे! अब मालिकाना हक़ भी स्पष्ट हो जाएगा!
भू-आधार से होगा यह फायदा
- सरकार अगर किसी भी क्षेत्र के लिए किसानों के लिए कोई योजना बनाना चाहेगी! तो उसके बाद सारा डिटेल और ब्यौरा होगा!
- Bhu-Aadhar भूमि-लेवल मैप और माप सेबिल्कुल सटीक भूमि रिकॉर्ड सुनिश्चित होगी!
- भूखंड की पहचान करने में Bhu Aadhar Id से आसानी होगी!
- जो भूमि से लेकर विवाद होते रहते है! अब भू-आधार के आने से इससे छुटकारा मिलेगा!
- सरकार को नीति निर्माण के लिए सटीक भूमि डेटा मिल सकेगा!
- और Aadhar से Link होने पर भूमि रिकॉर्ड तक Online एक्सेस कर सकेंगे!
Bhu-Aadhar Kaise Kaam Karega
आपको बता दें! Bhu-Aadhaar Kya Hai डिजिटलीकरण के तौर पर भू-आधार काम करेगा! सबसे पहले Bhu-Aadhaar में भूखंड को GPS तकनीक की मदद से जियोटैग किया जाएगा! जिससे भौगोलिक स्थिति की सटीक पहचान हो सकें! भूखंड की सीमाओं का Physical Verification और माप किया जाता है! Bhu-Aadhaar से भूमि का मालिक का नाम, क्षेत्र आदि जानकारी इकठ्ठा कर सकेंगे! और इस Detail को Land Record Managment System में दर्ज किया जाता है! फिर System ऑटोमैटिकली भूखंड के 14 अंक का Bhu-Aadhar Number तैयार करता है! Digital Record से जुड़ी यह नंबर होती है!
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